लोकसभा चुनाव 2024 के चौथे चरण के आने तक महाराष्ट्र में राजनीतिक सरगर्मी चरम पर है. राज्य में चौथे चरण में 13 मई को वोटिंग है. यहां की कुल 48 सीटों पर पांच चरणों में वोटिंग हो रही है. ऐसे में हर दल चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं. इस बीच शिरूर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में एनसीपी उम्मीदवार शिवाजीराव अधराव पाटिल के प्रचार के लिए आए अजीत पवार का दर्द छलक गया. अजित पवार ने कहा कि शरद पवार के नेतृत्व में काम करते समय उन्हें सिर्फ इसलिए मौका नहीं मिला क्योंकि वह उनके बेटे नहीं थे. इसमें कोई शक नहीं कि पवार साहब मेरे भगवान हैं. लेकिन, अब 80 साल बाद उन्हें रूक जाना चाहिए. उन्हें नए लोगों को मौका देना चाहिए.
अजित पवार ने कहा कि अगर मैं साहब का बेटा होता तो मुझे मौका मिलता. बेटा नहीं हूं इसलिए मौका नहीं, ये कैसा न्याय? उन्होंने कहा कि मेरे एनसीपी में सक्रिय होने से पहले, साहेब के पास कोई जिला बैंक नहीं था. जब से मैं राजनीति में आया हूं, जिला बैंक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नियंत्रण में है. अब दिगंबर दुर्गाड़े अध्यक्ष हैं. जिला परिषद का कब्जा है.
पिंपरी चिंचवड़ पर कब्ज़ा नहीं हुआ. 1992 से 2017 तक कब्ज़ा किया और एक अच्छा शहर बनाया. आइए और देखिए कि बारामती कितना बदल गया है. कई लोग हमसे कहते हैं, हमें चुनिए, हम बारामती की तरह विकास करेंगे. महाविकास अघाड़ी के उम्मीदवार अमोल कोल्हे की प्रचार सभा में अजित पवार पर कई आरोप लगाए गए. अजित पवार ने भी इन आरोपों का जवाब दिया.
देवेंद्र फड़णवीस ने भी अजित पवार के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि अजित पवार ने जो कहा वह स्पष्ट है. क्या यह आश्चर्य की बात है कि उन्होंने ऐसा कहा? अजित पवार ने पवार साहब के साथ मिलकर पार्टी बनाई. वे इसलिए चले गए क्योंकि उन्हें पार्टी में सीट नहीं मिलेगी, वे सीट सुप्रिया ताई को देंगे. साथ ही, उद्धव ठाकरे के गुरु शरद पवार हैं और वह उनके निर्देशों का पालन करेंगे. पवार जो कहेंगे वही उद्धव ठाकरे करेंगे.
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FIRST PUBLISHED : May 9, 2024, 14:05 IST