आष्टा पुष्प सीनियर सेकेंडरी स्कूल में बाल दिवस का कार्यक्रम इस वर्ष भी बड़े ही जोश और उत्साह के साथ मनाया गया। बच्चों के प्यारे चाचा नेहरू की जयंती के इस अवसर पर विद्यालय में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें बच्चों और शिक्षकों ने बड़े उत्साह से भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसके बाद चाचा नेहरू के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।
इस अवसर पर शिक्षकों ने बच्चों के लिए विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दीं, जिसमें नृत्य, गीत और नाट्य कला शामिल थे। सभी शिक्षकों ने अपनी प्रस्तुतियों से बच्चों का मन मोह लिया और उन्हें प्रेरणा और आनंद से भर दिया। बाल दिवस के इस समारोह ने बच्चों के चेहरे पर मुस्कान ला दी और उनमें एक नया जोश भर दिया।
बाल मेला: नेतृत्व और आत्मनिर्भरता की प्रेरणा
कार्यक्रम के पश्चात, बच्चों द्वारा एक बाल मेले का आयोजन किया गया। बच्चों ने स्वयं विभिन्न प्रकार के स्टॉल लगाए, जिनमें व्यंजन, खेल और रचनात्मक गतिविधियाँ शामिल थीं। सभी स्टॉलों पर स्वच्छता और गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया, ताकि बच्चों के साथ-साथ सभी आगंतुकों को भी सुरक्षित और आनंदमय अनुभव मिल सके।
मेले का उद्देश्य बच्चों में नेतृत्व और सहयोग की भावना को विकसित करना था। बच्चों ने स्टॉल्स का प्रबंधन खुद किया, जो उनकी नेतृत्व क्षमता और आत्मनिर्भरता को प्रदर्शित करता है। इस अवसर पर फादर मैलीवन सी जे ने बच्चों के इस उत्साह और जज़्बे की सराहना करते हुए उनकी रचनात्मकता की प्रशंसा की।
निष्कर्ष: बच्चों में आत्मनिर्भरता और नेतृत्व का संदेश
इस बाल दिवस पर आष्टा पुष्प सीनियर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम ने बच्चों को आत्मनिर्भरता, नेतृत्व और सहयोग का महत्व समझाया। इस कार्यक्रम ने बच्चों में न केवल रचनात्मकता और नेतृत्व क्षमता को बढ़ावा दिया, बल्कि उन्हें अपने भीतर छुपे गुणों को पहचानने और व्यक्त करने का भी अवसर दिया।