आष्टा – केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा राज्यसभा में संविधान निर्माता बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जी पर टिप्पणी कर बाबा साहब का अपमान किया है जो किसी भी कीमत पर देश एवं देश के नागरिक बर्दाश्त नहीं करेंगे गृहमंत्री अमित शाह की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिल भारतीय कांग्रेस सदस्य हरपाल ठाकुर ने कहा कि जिस प्रकार से गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में चर्चा के दौरान कहा की आजकल अंबेडकर अंबेडकर अंबेडकर नाम लेने का फैशन हो गया है इतना नाम भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिलता अमित शाह की इस टिप्पणी से बाबा साहब का अपमान तो हुआ ही है साथ ही भाजपा आरएसएस और प्रधानमंत्री मोदी के दिल के अंदर की बात भी अमित शाह की जुबान से स्पष्ट रूप से बाहर आ गई कि वह लोग ना तो संविधान का सम्मान करते हैं और ना ही संविधान निर्माता बाबा साहब अंबेडकर का सम्मान करते हैं बल्कि एक तरह से वह बाबा साहब से नफरत करते हैं जबकि उन्हें पता होना चाहिए कि देश में करोड़ों लोग बाबा साहब को अपने मसीहा के रूप में न सिर्फ मानते हैं बल्कि उनके आदर्श का अनुसरण भी करते हैं हरपाल ठाकुर ने आगे कहा कि जिस प्रकार कि टिप्पणी अमित शाह ने की है उसके लिए अमित शाह को माफी मांगना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उन्हें तत्काल गृहमंत्री के पद से बर्खास्त करना चाहिए पर भाजपा आरएसएस और पूरी केंद्र सरकार उल्टा जो लोग बाबा साहब अंबेडकर के सम्मान में संसद परिसर में शांतिपूर्वक बाबा साहब का चित्र हाथ में लिए जय भीम के नारे लगाते हुए प्रदर्शन कर रहे थे उनके खिलाफ डंडो में तख्ती लगाकर उनका विरोध करते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी एवं सांसदों को संसद में जाने से रोक रहे थे बल्कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी को धक्का देकर उन्होंने गिरा दिया और साथ ही प्रियंका गांधी सहित महिला सांसदों के खिलाफ अभद्रता की हरपाल ठाकुर ने आगे कहा कि भारतीय जनता पार्टी और उनके सांसदों का मकसद बाबासाहेब अंबेडकर के ऊपर की गई अमित शाह की टिप्पणी से ध्यान भटकाने का था लोगों का ध्यान भटकाने के लिए भाजपा सांसदों द्वारा राहुल गांधी पर उन्हें धक्का देने एवं एक महिला संसद द्वारा उनके साथ अभद्रता करने के आरोप लगाए साथ धक्का एवं जान से मारने की कोशिश करने की एफआईआर दर्ज करवाई गई ताकि देश के लोगों का ध्यान अमित शाह द्वारा बाबा साहब के अपमान करने से हटकर आपसी विवाद पर आजाए पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने साफ कर दिया कि प्रधानमंत्री और उनके सांसदों द्वारा कितना भी ध्यान दूसरी तरफ करने का प्रयास किया जाएगा हम सब कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता एवं नेता अमित शाह के माफी मांगने और उनके पद से इस्तीफा देने की मांग पर अडिग है हरपाल ठाकुर ने आगे कहा कि सच में यदि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी ने कांग्रेस सांसद को धक्का मारा है एवं महिला संसद के साथ अभद्रता की है तो सरकार को संसद भवन में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज जारी करना चाहिए पर 3 दिन बाद भी कोई फुटेज जारी नहीं किए गए क्योंकि घटना वैसी घटित हुई नहीं राहुल गांधी जी किसी को धक्का मार ही नहीं सकते और ना ही किसी महिला संसद के साथ अभद्रता कर सकते हैं यदि सीसीटीवी फुटेज सामने आ जाएंगे तो भाजपा सांसद एवं सरकार की पोल खुल जाएगी और सच्चाई देश के सामने आ जाएगी इसलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके सांसद उनकी पार्टी के लोग एवं rss कार्यकर्ता बिना तथ्य के राहुल गांधी के खिलाफ प्रदर्शन कर लोगों को यह जताना चाहते हैं कि राहुल गांधी जी ने गलत किया है जब पूरा संसद परिसर सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में है और यदि सच में राहुल गांधी ने गलत किया है तो वह सीसीटीवी फुटेज देश के लोगों के सामने सरकार क्यों नहीं आने दे रही है यदि वास्तव में राहुल गांधी ने कुछ गलत किया होता तो सरकार अब तक सीसीटीवी फुटेज जारी कर देती और गोदी मीडिया और सरकार पोषित मीडिया चिल्ला चिल्ला कर राहुल गांधी को विलन साबित करने पर तुल जाते पर सच्चाई यह है कि राहुल गांधी एवं कांग्रेस के कार्यकर्ता बाबा साहब के सम्मान के लिए संसद परिसर में भी आंदोलन कर रहे थे और आगे पूरे देश में भी करेंगे और जब तक अमित शाह बाबा साहब अंबेडकर के अपमान पर माफी मांगते हुए अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे तब तक पूरे देश में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एवं राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस के कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन एवं आंदोलन जारी रखेंगे हरपाल ठाकुर ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री एवं अमित शाह कांग्रेस पर आरोप लगाते हैं कि कांग्रेस की सरकार ने बाबा साहब का अपमान किया और उनको इस्तीफा देना पड़ा तो उन्हें यह सच भी बताना चाहिए की बाबा साहब को इस्तीफा हिंदू कोड बिल पास नहीं होने के कारण देना पड़ा था और उस बिल का विरोध हिंदू महासभा आरएसएस और उनके पूर्वज कर रहे थे इस बात से आहत होकर बाबा साहब ने इस्तीफा दिया था कांग्रेस के नेता पंडित जवाहरलाल नेहरू महात्मा गांधी सरदार पटेल मौलाना अबुल कलाम आजाद सहित सब लोगों ने बाबा साहब को संविधान ड्राफ्टिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया था और पंडित जवाहरलाल नेहरू ने अपनी कैबिनेट में उन्हें कानून मंत्री बनाया था ये सच्चाई है और भाजपा आर एस एस ने बाबा साहब और संविधान का विरोध किया है यह बात पूरा देश जानता है !!
Author: Sehoredarpan News
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